फोन की इंटरनल और एक्सटर्नल मेमोरी क्या होती है? पूरी जानकारी हिंदी में
📱 फोन की इंटरनल और एक्सटर्नल मेमोरी क्या होती है? पूरी जानकारी हिंदी में
आज के समय में मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। हम इसमें कॉल, मैसेजिंग, फोटो, वीडियो, गेम्स, ऐप्स और बहुत कुछ इस्तेमाल करते हैं। लेकिन जब भी हम कोई नया फोन खरीदने जाते हैं या पुराना स्लो हो जाता है, तो एक चीज़ बार-बार सुनने को मिलती है — “फोन की मेमोरी कम है”, “इंटरनल मेमोरी फुल हो गई है”, या “एक्सटर्नल स्टोरेज बढ़ा लो”।
अब सवाल उठता है — आखिर ये इंटरनल और एक्सटर्नल मेमोरी होती क्या है? इनका फ़र्क क्या होता है? किसमें क्या स्टोर होता है और कौन-सी बेहतर होती है?
अगर आप भी इन्हीं सवालों के जवाब ढूंढ रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए है। चलिए, इसे विस्तार से समझते हैं। 👇
🔹 1. मेमोरी क्या होती है? (What is Memory in Mobile?)
सबसे पहले, हमें यह समझना जरूरी है कि मोबाइल में मेमोरी का मतलब क्या है।
मेमोरी का मतलब है, ऐसी जगह जहां फोन आपका डाटा स्टोर करता है — जैसे कि फोटो, वीडियो, म्यूज़िक, ऐप्स, और डाक्युमेंट्स।
मेमोरी मुख्यतः दो प्रकार की होती है:
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इंटरनल मेमोरी (Internal Memory)
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एक्सटर्नल मेमोरी (External Memory)
🔸 2. इंटरनल मेमोरी क्या होती है? (What is Internal Memory?)
🔍 परिभाषा:
इंटरनल मेमोरी वह स्टोरेज होती है जो मोबाइल फोन के अंदर फ़िक्स रूप से लगी होती है। इसे हम इनबिल्ट स्टोरेज भी कहते हैं।
👉 यह मेमोरी फोन खरीदते समय ही तय होती है — जैसे कि 32GB, 64GB, 128GB या 256GB इंटरनल स्टोरेज।
📂 इंटरनल मेमोरी में क्या-क्या स्टोर होता है?
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ऑपरेटिंग सिस्टम (जैसे Android या iOS)
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ऐप्स और उनके डेटा
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इंस्टॉल की गई गेम्स
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WhatsApp, Facebook, Instagram जैसे ऐप्स का मीडिया
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यूज़र का डाटा – जैसे फोटो, वीडियो, ऑडियो, डॉक्युमेंट्स आदि
🔧 इंटरनल मेमोरी की विशेषताएं:
विशेषता | विवरण |
---|---|
📌 Built-in | फोन के अंदर लगी होती है, इसे हटाया नहीं जा सकता |
🚀 फास्ट स्पीड | डेटा एक्सेस करने की स्पीड अधिक होती है |
📱 जरूरी सिस्टम फाइल्स | OS और सिस्टम ऐप्स यही पर इंस्टॉल होते हैं |
🔒 सिक्योर | वायरस या करप्शन का खतरा कम होता है |
🔸 3. इंटरनल मेमोरी के प्रकार (Types of Internal Memory)
इंटरनल मेमोरी भी कई भागों में बंटी होती है:
1. ROM (Read Only Memory):
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इसमें फोन का ऑपरेटिंग सिस्टम स्टोर होता है
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यह सिर्फ पढ़ने के लिए होती है, यूज़र इसे बदल नहीं सकता
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उदाहरण: Android OS, Bootloader
2. RAM (Random Access Memory):
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यह अस्थायी मेमोरी होती है जो फोन चालू रहते समय काम करती है
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जितनी ज्यादा RAM, उतना तेज़ फोन
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2GB से लेकर 16GB तक RAM विकल्प मिलते हैं
3. User Storage (Phone Storage):
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इसमें यूज़र का डाटा स्टोर होता है — फोटो, वीडियो, फाइल्स आदि
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32GB, 64GB, 128GB आदि का मतलब इसी से होता है
🔸 4. एक्सटर्नल मेमोरी क्या होती है? (What is External Memory?)
🔍 परिभाषा:
एक्सटर्नल मेमोरी वह स्टोरेज होती है जिसे आप फोन में बाहर से जोड़ सकते हैं। इसे आम भाषा में SD Card या MicroSD Card भी कहा जाता है।
👉 यह मेमोरी रिमूवेबल होती है, यानी आप इसे निकाल सकते हैं या बदल सकते हैं।
📂 एक्सटर्नल मेमोरी में क्या-क्या स्टोर कर सकते हैं?
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फोटो, वीडियो, ऑडियो फाइल्स
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डाउनलोडेड मूवीज या म्यूज़िक
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कुछ ऐप्स का डाटा (अगर अनुमति हो तो)
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बैकअप फाइल्स
🔧 एक्सटर्नल मेमोरी की विशेषताएं:
विशेषता | विवरण |
---|---|
📥 यूज़र ऐड करता है | आप जब चाहें MicroSD Card जोड़ सकते हैं |
💾 स्टोरेज बढ़ती है | जरूरत अनुसार 16GB से लेकर 1TB तक बढ़ा सकते हैं |
🗃️ पोर्टेबल | एक डिवाइस से निकाल कर दूसरे में लगा सकते हैं |
📉 थोड़ी धीमी | इंटरनल मेमोरी की तुलना में स्पीड कम होती है |
🔸 5. इंटरनल बनाम एक्सटर्नल मेमोरी – तुलना तालिका
विशेषता | इंटरनल मेमोरी | एक्सटर्नल मेमोरी |
---|---|---|
स्थायित्व | फ़ोन के साथ फ़िक्स | रिमूवेबल (निकाली जा सकती है) |
स्पीड | ज्यादा तेज़ | थोड़ी कम |
साइज | सीमित विकल्प | आवश्यकता अनुसार बदली जा सकती है |
सुरक्षा | अधिक सुरक्षित | करप्ट या डैमेज हो सकती है |
कीमत | महंगी | सस्ती विकल्प उपलब्ध |
उपयोग | ऐप्स, सिस्टम, डेटा | मुख्यतः मीडिया फाइल्स |
🔸 6. मेमोरी फुल होने पर क्या समस्याएं होती हैं?
जब इंटरनल या एक्सटर्नल मेमोरी भर जाती है, तो आपको ये समस्याएं आ सकती हैं:
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ऐप्स क्रैश होना
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फोन स्लो हो जाना
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नया फोटो या वीडियो सेव नहीं होना
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अपडेट्स इंस्टॉल नहीं होना
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Not Enough Space जैसे एरर आना
🔸 7. कैसे जानें कि फोन की कितनी मेमोरी बची है?
✅ एंड्रॉयड फोन में:
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Settings > Storage में जाएं
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यहां इंटरनल व एक्सटर्नल मेमोरी दोनों की जानकारी मिलती है
✅ iPhone में:
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Settings > General > iPhone Storage
🔸 8. मेमोरी कैसे बढ़ाएं या खाली करें?
🧹 इंटरनल मेमोरी के लिए:
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कैश फाइल्स डिलीट करें
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पुराने फोटो, वीडियो क्लाउड में अपलोड करें
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अनावश्यक ऐप्स को हटाएं
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Google Files ऐप का इस्तेमाल करें
💾 एक्सटर्नल मेमोरी जोड़ें:
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फोन में MicroSD कार्ड लगाएं
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64GB, 128GB, 256GB तक बढ़ा सकते हैं (फोन की क्षमता के अनुसार)
🔸 9. कौन सी मेमोरी ज़्यादा महत्वपूर्ण है?
दोनों मेमोरी की अपनी अहमियत होती है:
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इंटरनल मेमोरी ज्यादा तेज़, सुरक्षित और सिस्टम के लिए जरूरी होती है
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एक्सटर्नल मेमोरी लचीली होती है, जिससे यूज़र का डेटा स्टोर किया जा सकता है
👉 लेकिन आजकल के फ्लैगशिप फोन (जैसे iPhone, Pixel, OnePlus) में एक्सटर्नल मेमोरी का ऑप्शन नहीं होता — क्योंकि इंटरनल स्टोरेज ही पर्याप्त होती है।
🔸 10. फोन खरीदते समय मेमोरी पर ध्यान क्यों देना चाहिए?
जब आप नया फोन खरीदते हैं, तो स्टोरेज पर ध्यान देना बहुत जरूरी होता है क्योंकि:
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अगर स्टोरेज कम होगी, तो जल्द ही फुल हो जाएगी
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हाई रेजोल्यूशन कैमरा फोटो-वीडियो ज्यादा जगह लेता है
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बड़े ऐप्स और गेम्स को चलाने के लिए ज्यादा स्पेस चाहिए
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इंटरनल स्टोरेज जितनी ज्यादा, परफॉर्मेंस उतनी बेहतर
👉 सुझाव: कम से कम 128GB इंटरनल स्टोरेज वाला फोन लें, और उसमें SD Card का स्लॉट भी हो तो बेहतर।
🧠 निष्कर्ष: क्या आपने सही मेमोरी चुनी?
अब जब आपको फोन की इंटरनल और एक्सटर्नल मेमोरी की पूरी जानकारी मिल गई है, तो आप समझ चुके होंगे कि:
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इंटरनल मेमोरी फोन की नींव होती है — तेज़, स्थायी और सिस्टम के लिए जरूरी
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एक्सटर्नल मेमोरी एक सहायक होती है — सस्ती, लचीली लेकिन सीमित
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फोन की परफॉर्मेंस और यूज़र अनुभव में मेमोरी की भूमिका बहुत अहम होती है
✅ अब अगली बार जब आप नया फोन लें, या पुराना धीमा लगे — तो जान लीजिए कि मेमोरी कितनी महत्वपूर्ण है।
📌 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Q1. 64GB इंटरनल मेमोरी पर्याप्त है?
👉 हल्के यूज़ के लिए हां, लेकिन 128GB या उससे ज्यादा लेना बेहतर रहेगा।
Q2. क्या सारे ऐप्स SD Card में जा सकते हैं?
👉 नहीं, सभी ऐप्स को SD Card में मूव करना संभव नहीं होता।
Q3. SD Card से फोन स्लो होता है?
👉 हां, खासकर अगर SD Card की स्पीड कम हो तो फोन की स्पीड प्रभावित हो सकती है।
Q4. एक्सटर्नल मेमोरी को फॉर्मेट क्यों करना चाहिए?
👉 ताकि अनावश्यक फाइल्स हट जाएं और स्पेस खाली हो जाए।
Q5. कौन सा SD Card बेहतर होता है?
👉 Class 10, UHS-I/UHS-II वाले कार्ड तेज़ होते हैं।
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